प्राइमरी टीचर बनने का सपना
देखने वाले अभ्यार्थियों के लिए बीएसटीसी – 2019 सर्टिफिकेट कोर्स करना अनिवार्य
है। राजस्थान में होने वाली इस सर्टिफिकेट कोर्स का राष्ट्रीय स्तर पर बोलबाला
रहा है। आज हम इसके लिए आवश्यक बातों पर ध्यान देंगे।
राज्य में इस कोर्स में
प्रवेश के लिए हर बार एक परीक्षा का आयोजन किया जाता है। जिसकी प्रक्रिया
जनवरी-फरवरी से शुरू हो जाती है। इस प्रवेश परीक्षा को एक यूनिवर्सिटी द्वारा किया
जाता है। पिछली बार इसे गोविंद गुरू ट्राइबल यूनिवर्सिटी, बांसवाड़ा द्वारा करवाया
गया था। इस बार भी संभावना इसी यूनिवर्सिटी द्वारा कराने की है।
योग्यता
परीक्षा के लिए उम्मीदवार
को भारत सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त 12वीं या समकक्ष परीक्षा सामान्य वर्ग को
कम से कम 50 व एससी/एसटी उम्मीदवार को 45 प्रतिशत अंको से पास होना आवश्यक है।
इसके अलावा उम्मीदवार की उम्र अधिकतम 28 वर्ष होनी चाहिए, उम्र में छूट सिर्फ विधवा
और तलाकशुदा लोगो के लिए उपलब्ध है। अंतिम वर्ष में पढने वाले स्टूड़ेंट भी इस
परीक्षा के लिए आवेदन कर सकते है। बस उन्हे काउंसलिंग के समय उर्तीण की अंकतालिका
जमा करानी होती है।
आवेदन का तरीका
इस प्रवेश परीक्षा के इस
वर्ष के आवेदन जल्द ही शुरू होने वाले है। संस्थान की वेबसाइट पर लॉगइन कर मांगी
गई जानकारी पूर्ण कर आवेदन किया जा सकता है। इसके लिए राजस्थान में ई-मित्रा सेवा
केन्द्र खोले गये है, जहां से परीक्षार्थी अपने आवेदन भरा सकते है।
परीक्षा पैटर्न
बीएसटीसी परीक्षा में कुल
मिलाकर 3 अंक के 200 प्रश्न पूछे जाएंगे। सभी प्रश्न विकल्पो पर आधारित होंगे। परीक्षा
में कोई नकारात्मक अंकन नही है। इसमें 50 प्रश्न मानसिक क्षमता, 50 प्रश्न
राजस्थान सामन्यज्ञान, 50 प्रश्न शिक्षण योग्यता, और 50 प्रश्न अंग्रेजी,
हिन्दी या संस्कृत विषय से संबंधित रहेगे।
कैसे करे तैयारी
पिछले कुछ सालों से इस
परीक्षा को लेकर प्रतिस्पर्धा लगातार तेज हो रही है। इसलिए अभ्यार्थी को इसके
लिए बडी तैयारी की आवश्यकता है, जिसके लिए उसे खास रणनीति अपनाते हुए तैयारी की
जाए। इस परीक्षा का स्तर 12वीं कक्षा के स्तर
के पेपर पर आधारित होती है। परीक्षा में मानसिक योग्यता के पेपर में तार्किक योग्यता,
दो वस्तुओं की आंशिक समानता या समरूपता, विभेदीकरण, संबंधता, विश्लेषण और
तार्किक चिंतन संबंधी पूछे जाते है। जबकि राजस्थान के समान्य ज्ञान में ऐतिहासिक
पक्ष, कला एंव संस्कृति, आर्थिक और भौगोलिक, लोक जीवन, पर्यटन पक्ष से जुडे सवाल
किये जाते है। अंग्रेजी, हिन्दी और संस्कृत मे व्याकरण से संबंधित प्रश्न किये
जाते है।
तो वो स्टॅडेंट जो अपना
करियर एक अध्यापक के रूप में चुनना चाहते है, उन्हे इस परीक्षा के लिए अभी से
जुट जाना पड़ेगा। क्योंकि यह उनके लिए एक सुनहरा अवसर है। इसलिए आवेदन शुरू होने
की तारीखो का ध्यान हमेशा रखे।