Anshul Agarwal: 2020

Tuesday 5 May 2020

MS WORD VIEW TAB

View Tab


इस टैब के विकल्‍प यूजर को उपने बनाये गये डॉक्‍यूमेंट को विशेष फॉरमेंट में देखने में मदद करते है, जिससे यूजर को पता चलता है कि उसके द्वारा बनाये गये डॉक्‍यूमेंट का उपयोग यदि किसी और कार्य में किया जाये ता उसका प्रारूप कैसा नजर आयेगा । इस ग्रुप में यूजर को जूम, विण्‍डो व्‍यवस्थित करने के सा‍थ – साथ में उसे स्‍वीच तथा शो जैसे ग्रुप भी मिलते है ।

Document Views Group

1.       Print Layout :- यह विकल्‍प हमें डॉक्‍यूमेंट को उस रूप में दिखाता है जिस रूप में उसे प्रिंट किया जाना है ।

2.       Full Screen :- यह विकल्‍प डॉक्‍यूमेंट को पूरी स्‍क्रीन पर दो दो पेज में दिखाता हैं ।

3.       Web Layout :-  इसमें डॉक्‍यमेंट का प्रारूप वेब पेज की तरह नजर आता है, जब उसे वैब पूज के तौर पर उपयोग में लिया जावेगा तब वह कैसा नजर आयेगा ।

4.       Outline :- इस विकल्प में डॉक्‍यूमेंट उसकी आउटलाइन में नजर आता है, जिसमें उसके बनाए गये मुख्‍य बिन्‍दुओ को प्रमुखता के साथ प्रस्‍तुत किया जाता है ।

5.       Draft :- इस प्रारूप में हमें केवल टेक्‍स्‍ट ही देखने को मिलता है। इसमें किसी भी प्रकार कि फॉरमेंटिंग या कोई अन्‍य ऑब्‍जेक्‍ट नजर नही आता है, साथ ही पेज ब्रेक भी नजर नही आते है ।

Show Group

1.       Ruler:- यह विकल्‍प प्रोग्राम में रूलर को दिखाने में मदद करता है । रूलर प्रोग्राम में पेज की लम्‍बाई व चौडाई के साथ साथ पेज मार्जिन भी प्रदर्शित करता है ।

2.       Gridlines :- यह विकल्‍प प्रोग्राम पेज पर आरेखिय रेखा प्रदर्शित करता है ।

3.       Navigation Pane:- यह विकल्‍प प्रोग्राम विण्‍डो में एक नेविगेशन पेन दिखाता है जिसकी मदद से यूजर डॉक्‍यूमेंट में किसी टेक्‍स्‍ट को खोज सकता है। साथ ही पेज यूजर को डॉक्‍यूमेंट के मुख्‍य बिन्‍दु भी प्रदर्शित करता है ।

Zoom Group

                इस ग्रुप के विकल्‍प हमें पेज को जूम करके देखने में मदद करते है। जूम का अर्थ किसी वस्‍तु को उसकी सामान्‍य अवस्‍था से छोटा या बडा करके देखना होता है। इस ग्रुप में हमे ऐसा करने के लिए कई विकल्‍प दिये गये होते है जैसा – One Page, Two Pages, Page Width, 100%, 50%, 75%, 200% etc..

Window Group

       इस ग्रुप के विकल्‍प प्रोग्राम विण्‍डो को व्‍यवस्थित करने में मदद करता है, जब यूजर प्रोग्राम में एक से ज्‍यादा फाईल खोल रखी हो तो उन्‍हे एक साथ स्‍क्रीन पर देखने के लिए या उन्‍हे व्‍यवस्थित करने के लिए इसके विकल्‍पों का उपयोग करते है। साथ ही इसके विकल्‍प एक फाइल से दूसरी फाइल पर जाने में भी मदद करते है ।

Macros Group

       इस ग्रूप का यह विकल्‍प क्रिसी प्रक्रिया को किसी एक शॉर्टकट पर व्‍यवस्थ्ति करने में मदद करता है। जिससे कि वह कार्य तेजी से किया जा सके । यह शॉर्टकट यूजर को स्‍वयं बनाना होता है ।  


MS WORD REVIEWS TAB

Review Tab



इस टैब के विकल्‍प हमें वर्तमान डॉक्‍यूमेंट का पुन: निरिक्षण करने में मदद करता है । जैसे स्‍पेल्रिग, ग्रामर चैक करना आदि।

Proofing Group

a.       Spelling & Grammar :- इस विकल्‍प का उपयोंग यूजर डॉक्‍यूमेंट में स्‍पेलिंग व ग्रामर चैक करने के लिए करता है। जिस टेक्‍स्‍ट के निचे लाल रंग की लाइन आती है वो स्‍पेलिंग मिस्‍टेक होती है, तथा जिसके नीचे हरे रंग की लाइन आती है उनमें ग्रामर कि गलती होती है । (F7)

b.      Research :- यह विकल्‍प डॉक्‍यूमेंट में से किसी टेक्‍स्‍ट पर रिसर्च करने में मदद करता है, लेकिन इसके लिए हमें कम्‍प्‍यूटर को इंटरनेट से कनेक्‍ट रखना पडता है ।

c.       Thesaurus:- यह विकल्‍प किसी शब्‍द का समानार्थी (पर्यायवाची)  शब्‍द ढूंढने में मदद करता है । (Shift + F7)

d.      Word Count :- यह विकल्‍प डॉक्‍यूमेंट में मौजूद अक्षर, शब्‍द, लाइन, पैराग्राफ, पेज, फुटनोट, एण्‍डनोट की गणना करने में मदद करता था ।

Language Group

a.       Translate:- यह विकल्‍प डॉक्‍यूमेंट को या उसमें मौजूद शब्‍द को किसी अन्‍य भाषा में बदलने में मदद करता है।

Comments Group

a.       New Comment :- यह विकल्‍प डॉक्‍यूमेंट में किसी टेक्‍स्‍ट पर कुछ नया कमेंट करने में मदद करता है। इसके विकल्‍प डिलीट से उन्‍हे हटाया जा सकता है, जबकि नेक्‍स्‍ट तथा प्रिवियस मौजूद अन्‍य कमेंट पर जाने में मदद करते है ।

Tracking Group

a.       Track Changes:- यह विकल्‍प यूजर को अपने डॉक्‍यूमेंट में किये गये परिवर्तनों पर नजर रखने के लिए मदद करता है, यदि यूजर कि किसी फाइल में बिना उसकी इजाजत के परिर्वतन किया जाता है, तो वह उसे पता चल जाता है । ये बदलाव उसे उसके डॉक्‍यमेंट में एक बैलून के अन्‍दर नजर आते है । साथ ही यूजर इन्‍हे अपनी आवश्‍यकतानुसार रिव्‍यूंग पेन में भी देख सकता है । (Ctrl + Shift + E)

Changes Group

a.       Accept:- यह विकल्‍प डॉक्‍यूमेंट में किये गये बदलावों को डॉक्‍यूमेंट में यथावत रखने की स्‍वीकृती देता है ।

b.      Reject:- यह विकल्प किये गये बदलावो को डॉक्‍यूमेंट से हटाने में मदद करता है ।

Compare Group

a.       Compare:- यह विकल्‍प दो डॉक्‍यूमेंट कि तुलना करने में मदद करता है।

Protect Group

                        Restrict Editing :- यह विकल्‍प डॉक्‍यूमेंट को सुरक्षित करता है, जिससे अन्‍य यूजर डॉक्‍यूमेंट को खोल के देख तो सकता है लेकिन उसमें बदलाव करने के लिए उसे यूजर द्वारा दिये गये पासवर्ड का उपयोग करना पडता है । 

Friday 1 May 2020

MS WORD REFERENCES AND MAILING TAB

रिफ्रेंसेज / प्रासंगिक  टैब


इस टैब के विकल्‍प डॉक्‍यूमेंट के डेटा को किसी से सम्‍बन्‍ध को बनाने व बताने में मदद करता है।

1.      Table of Contents (विषय सूची) :- डॉक्‍यूमेंट में मौजूद हैडिंग की विषय सूची बनाने में मदद करता है। इस टेबल को बनाने के लिए जरूरी है कि यूजर डेटा को होम टैब के स्‍टाइल ग्रुप से फॉरमेट करे।

2.       Footnotes  Group :- इस ग्रप के विकल्‍प डॉक्‍यूमेंट में मौजूद की डेटा के बारे में अतरिक्‍त जानकारी लिखने में मदद करता है । ये दौ प्रकार के होते है –

a.      फुटनोट – ये सलेक्‍ट किये गये डेटा के पेज के अन्‍त में ही लिखने में मदद करता है ।

b.      एण्‍डनोट – ये सलेक्‍ट डेटा के डॉक्‍यमेंट के अन्‍त में आता है ।

3.      Captions Group :- डॉक्‍यमेंट में मौजद किसी विशेष परिदृश्‍य में अनुशीर्षक जोडने में मदद करता है ।

a.      इंसर्ट कैप्‍शन :- यह अनुशीर्षक जोडता है ।

b.      इंसर्ट टैबल ऑफ फिगर्स :- अनुशीर्षकों की सूची बनाने में मदद करता है ।

c.       क्रॉस रेफ्रेंस :- यह विकल्‍प डॉक्‍यमेंट में मौजूद विषय बिन्‍दुओं को आपस में जोडने में मदद करता है ।

मेलिंग्‍स टैब

इस टैब के विकल्‍प पत्राचार करने में मदद करता है, इसका उपयेग दो या दो से अधिक व्‍यक्तियों से पत्र व्‍यवहार करने में मदद करता है । इस विकल्‍प कि मदद से यूजर लेटर, एनव्‍लेप, लेबल, ई-मेल मैसेज  आदि को आसानी से बना सकता है ।

इसे बनाने के लिए यूजर को दो तरह के डॉक्‍यूमेंट की आवश्‍यकता होती है – पहला मेन डॅाक्‍यूमेंट जिसमें विषय डेटा लिखा रहता है तथा दूसरा सोर्स डॉक्‍यूमेंट जिसमें प्राप्‍त कर्ताओं की सूची होती है ।

 


Wednesday 29 April 2020

MS WORD HOME TAB CLIPBOARD AND FONT GROUP

HOME TAB


यह टैब विण्‍डो / प्रोग्राम शुरू होने पर सबसे पहले दिखाई देता है, इसलिए इसे इसका डिफॉल्‍ट टैब भी कहा जाता है। इस टैब के विकल्‍प प्रोग्राम में किसी भी डॉक्‍यूमेंट को बनाने के लिए आवश्‍यक होते है। इन विकल्‍पों की सहायता से यूजर टेक्‍स्‍ट को फॉरमेट, तथा एडिट करता है।

1.       Clipboard Group (क्लिपबार्ड ग्रुप) :- यह ग्रुप अपने विकल्‍प के द्वारा डॉक्‍यूमेंट में मौजूद डेटा को अस्‍थायी रूप से अपने आप पास रखने का कार्य करता है:-

a.       Paste:- (Ctrl + V) यह विकल्‍प कट या कॉपी किये गए डेटा को कर्सर के स्‍थान पर लाने में मदद करते है।

b.      Cut :-(Ctrl+X) यह सलेक्‍ट किये गये डेटा को अपने स्‍थान से हटाता है, जिसे पेस्‍ट विकल्‍प की सहायता से पुन: प्राप्‍त किया जा सकता है।

c.       Copy :-(Ctrl+C) यह सलेक्‍ट किए हुए डेटा को कॉपी करने में मदद करता है, जिसे पेस्‍ट से प्राप्‍त किया जाता है।

c.

d.      Format Painter :-(Ctrl+Shift+C) यह विकल्‍प किसी टेक्‍स्‍ट या आर्ट पर कि गई फॉरमेटिंग को किसी दुसरे टेक्‍स्‍ट या आर्ट पर लगाने में मदद करता है।

2.       Font Group (फॉन्‍ट ग्रुप):- यह ग्रुप डॉक्‍यमेंट में लिखे जाने वाले टेक्‍स्‍ट फॉरमेंटिंग करने में मदद करते है, जैसे साइज को छोटा बडा करना आदि।

a.       Font Family :-(Ctrl+Shift+F) यह हमें टेक्‍स्‍ट का फॉन्‍ट स्‍टाईल बदलने में मदद करता है, इसके उदाहरण है – Arial, Times New Roman, Calibri, Cambria,

b.      Font Size:- (Ctrl+Shift+P) यह विकल्‍प हमें टेक्‍स्‍ट की साइज बढ़ाने में मदद करता है। फॉन्‍ट साइज को पॉइन्‍ट में मापा जाता है । इस विकल्‍प में हमें पॉइन्‍ट 8 से 72 तक मिलते है ।

c.       Grow Font Size:- ( Ctrl+Shift+>),(Ctrl+]) यह विकल्‍प यूजर को टेक्‍स्‍ट साइज बड़ा करने में मदद करता है।

d.      Shrink Font Size:- ( Ctrl+Shift+<),(Ctrl+[) यह विकल्‍प यूजर को टेक्‍स्‍ट साइज छोटा करने में मदद करता है।

e.      ChangeCase:- (Shift+F3) यह विकल्‍प हमें पाठ्य या वाक्‍य को अपनी आवश्‍यकानुसार बड़े व छोटे अक्षर किया जा सकता है।

                                   i.      Sentence case, lowercase, UPPERCASE, Capitalize Each Word, Toggle Case

f.        Clear Formattting :- (Ctrl+Spacebar):- यह विकल्‍प टेक्‍स्‍ट पर लागू फॉरमेटिंग को हटाता है तथा उसे प्रोग्राम के डिफॉल्‍ट टेक्‍स्‍ट में बदल देता है ।

g.       Bold:- (Ctrl+B) यह टेक्‍स्‍ट को मोटा तथा गहरा कर सकता है ।

h.      Italic:- (Ctrl+I)  यह टेक्‍स्‍ट में तीरछापन लाने में मदद करता है ।

i.         Underline:- ( Ctrl+U )यह टेक्‍स्‍ट को रेखांकित करता है।

j.        Strikethrough:- यह टेक्‍स्‍ट के मध्‍य से लाइन अर्थात उसे कटा हुआ दिखाता है ।

k.       Subscript (Ctrl + =)यह विकल्‍प किसी टेक्‍स्‍ट को साधारण लाइन के नीचे लिखता है ।

l.         Superscrip :- ( Ctrl++)यह विकल्‍प टेक्‍स्‍ट को साधारण लाइन के उपर लिखता है ।

m.    Text Effect :- यह विकल्‍प पाठ्य सामग्री को अलग डिजाइन देने में मदद करता है, इसके लिये वह कलर, स्‍टाईल, आउट लाइन, शैडो, रिफलेक्‍शन, ग्‍लो आदि विकल्‍पों की सहायता लेता है ।

 


Monday 27 April 2020

MS WORD PAGE LAYOUT TAB

पेज लेआउट टैब


पेज लेआउट टैब के विकल्‍प हमे पेज सेटअप में मदद करते है जिससे की जब हम पेज का प्रिन्‍ट निकाले तो वह हमें सही प्रारूप प्राप्‍त कर सके । इसके ग्रुप निम्‍न प्रकार से है :-

1.    थीम ग्रुप :- थीम फॉण्‍ट, रंग तथा स्‍टाइल का एक प्रारूप होता है, जिससे टेक्‍स्‍ट में सीधे बदलाव किया जा सकते है। इसके विकल्‍प है कलर, फॉण्‍ट और इफेक्‍ट

2.    पेज सेटअप ग्रुप :- इस ग्रुप के विकल्‍प डॉक्‍यमेंट के पेज का सेटअप करने में मदद करते है

a.     मार्जिन :- पेज में चारों और छोडे जाने वाली जगह को मार्जिन कहा जाता है, यह पेज के मध्‍य भाग में नही छोडा जाता है। वर्ड 2010 का डिफॉल्‍ट मार्जिन 1’’ है, तथा 2003 का मार्जिन टॅाप तथा बॉटम में 1’’ और लेफ्ट तथा राइट में 1.25’’ है।

                                                             i.      गटर मार्जिन :- पेज में मार्जिन के अतरिक्‍त पेज को बाइंडिग करने के लिए इस मार्जिन का उपयोग किया जाता है, और यह केवल पेज के लेफ्ट तथा टॉप वाले भाग पर आता है।

b.    ऑरिएंटेशन :- पेज के दिशा निर्दश या पेज को किस आधार पर प्रिन्‍ट करना है उसे ऑरिएंटेशन कहते है। ये दो प्रकार के होते है – पोट्रेट तथा लेंडस्‍केप

c.     साईज :- इस विकल्‍प से हम पेज की साइज अपनी आवश्‍यकतानुसार बदल सकते है। पेज साइज के उदाहरण है ए4, लेटर, लिगल, बी4, बी3 आदि।

d.    कॉलम :- यह विकल्‍प डॉक्‍यूमेंट में पैराग्राफ, पेज आदि को कॉलम/खण्‍ड में विभाजित करता है। इस विकल्‍प से यूजर 2,3, या इससे अधिक कॉलम बना सकता है, साथ यहां पर लेफ्ट तथा राईट के भी विकल्‍प मिलते है।

e.     ब्रेक :- यह विकल्‍प डॉक्‍यूमेंट में पेज ब्रेक, कॉलम ब्रेक तथा सेक्‍शन ब्रेक देने में मदद करता है।

f.       लाइन नम्‍बर :- डॅाक्‍यूमेंट में मौजदा लाइनो के आगे उनके नम्‍बर लिखने में मदद करता है। इस विकल्‍प में हमें Continuous, Restart Each Page, Restart Each Section,  Suppress for current Paragaph जैसे विकल्‍प मिलते है।

g.     हाइपनेशन/योजक चिन्‍ह :- पंक्तियों में अधिक से अधिक शब्‍द जोडने के लिए अंतिम शब्‍द को योजक चिन्‍ह (-) द्वारा जोडा जाता है।

3.    पेज बैकग्राउण्‍ड ग्रुप :-

वाटरमार्क :- डॉक्‍यमेंट के बैकग्राउण्‍ड में मौजूद भूतिया टेक्‍स्‍ट, जल चिन्ह या हल्‍की धुंधली तस्‍वीर को वाटरमार्क कहते है।

 

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Sainthal Dausa, Rajasthan, India