Anshul Agarwal: January 2019

Thursday, 31 January 2019

2 Lines Part 2

  • हर बार, बार-बार कितना इस दिल को समझाये,वो बार-बार याद आती है, ये बार-बार तड़पता है।।


  • रिश्‍ते बनाना छोड दिया हमने, क्‍योंकि रिश्‍ते निभने नही आते,गैरो कि बातों में आकर, आपनो से दूर चले जाते है।।


  • बहुत बिखरा हूं मै, अब सम्‍भलने लगे है हम,फिर ना उन राहों कि याद दिलाना हमें,
    क्‍योंकि, अब जो बिखरे तो ना सम्‍भल पायेंगे हम।।



  • घर बना कर वो मेरे दिल में छोड गई है,न खुद रहती है, न किसी और को बसने देती है।।

Saturday, 26 January 2019

2 lines

  • उसके सिवा किसी ओर को चाहना मेरे बस नही है,
    ये दिल उसका है, अपना होता तो बात कुछ और होती।।

  • अगर जिन्‍दगी में ना मिले यारा,
    तो ना मांगेगे जिन्‍दगी के लिये........... सांसे दोबारा.......।।

  • जमाने को सदा शिकायत रही है,
    कि मै अपनी मोहब्‍बत में कभी खरा नही उतारा...।।

  • तुम्‍हारे लफज, तुम्‍हारी बातें और वादे, दर्द देतते है दिल को,
    इन्‍हे भी अपने साथ ले जाओं, ताकि सकून से मर तो सके हम।।

  • हम सुबह सबसे पहले और रात को सबसे आखिर में जिसे याद करते है,
    वो शख्‍स या तो हमारी हंसी कि वजह है,
    या दर्द कारण...... होता है 

Wednesday, 23 January 2019

मेरी कमियां



दुनिया ने हमेशा कहां है, 
हर किसी में कोई ना कोई कमी है,

मै भी कमियों का पुतला हुं,

मुझमें भी कमियों का भण्‍डार है,

मुझे डर लगता है, दुसरो से दुर होने का,

पर मै अपनो से हमेशा दुर रहता हूं,

मुझमें कमी है, हर किसी से दोस्‍ती करने की,

दोस्‍ती में विश्‍वास करने की,

पर हर बार कमी से अविश्‍वास ही मिला है मुझे,

हां मै, हां मै मानता हुं कि मुझमें कमी है,

हर किसी से प्‍यार करने की, हर किसी को खुश देखने कि,

पर हर बार प्‍यार निभाने में कि कमी रही है मुझमें,

हर किसी को आंसु दिये है मैने,

मुझमें कमी है, हर किसी से खुल कर बात करने की,

पर हर किसी से बात करने से डरता हुं मै,

मुझमें कमी है, अपने दिल की बात हर किसी को बताने की,

पर हर बात अपनो से छुपाता हुं मै,

मुझमें कमी है, हर बात को सही साबित करने की,

पर हर बात जो सही है, वो कहने और करने से डरता हुं मै,

मुझमें कमी है, हर किसी का कहा मानने की,

पर हर बार मां-बाप की बातों को अनदेखा करता हुं मैं,


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Sainthal Dausa, Rajasthan, India